साहिबगंज जिले में हाल के दिनों में जलीय जीवों की तस्करी बढ़ती जा रही है। इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए डीएफओ (प्रभारी वन अधिकारी) प्रबल गर्ग और उनकी टीम ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। गुप्त सूचना के आधार पर आनंद विहार एक्सप्रेस में छापामारी कर तीन कछुए जब्त किए गए हैं।
जलीय जीवों की तस्करी पर रोकथाम
डीएफओ प्रबल गर्ग के नेतृत्व में वन विभाग, आरपीएफ और नगर थाना पुलिस की टीम ने साहिबगंज रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म पर खड़ी आनंद विहार एक्सप्रेस (डाउन 14004) में छापामारी की। तलाशी के दौरान एक बैग से 21 किलो का कछुआ बरामद हुआ। ट्रेन खुलने के बाद बरहरवा स्टेशन पर भी तलाशी ली गई, जहां दो अलग-अलग बैगों से गमछे में लिपटे दो छोटे कछुए पाए गए।
भागलपुर वन विभाग से मिली सूचना
डीएफओ प्रबल गर्ग ने बताया कि भागलपुर वन विभाग से उन्हें सूचना मिली थी कि आनंद विहार एक्सप्रेस से कछुओं की तस्करी की जा रही है। भागलपुर में भी कुछ कछुए जब्त किए गए थे। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए वन विभाग की टीम, आरपीएफ और नगर थाना पुलिस के सहयोग से ट्रेन में छापामारी की गई, जिसके परिणामस्वरूप साहिबगंज में 21 किलो का निलसोमिया गंजेटिक कछुआ जब्त किया गया। बरहरवा में भी दो छोटे कछुए बरामद किए गए।
छापामारी में शामिल अधिकारी
छापामारी के दौरान डीएफओ प्रबल गर्ग के साथ वन परिसर पदाधिकारी राणा रणजीत चौधरी, वन रक्षी अंकित झा, वन प्रहरी अभिषेक आनंद, जेडएसआई ऑइंड्रिला पॉल, रेस्क्यूर जितेंद्र हजारे, स्टेशन मास्टर राजहंस पाठक, आरपीएफ इंस्पेक्टर क्रिस्टोफर किस्कू, एमसी याद व, आरके तिवारी, नगर थाना इंस्पेक्टर अमित गुप्ता, एसआई प्रदीप कुमार महतो, प्रवीण प्रभाकर, मुरली मनोहर सिंह, एएसआई अजय कुमार, बरहरवा वन रक्षी पप्पू यादव, प्रेम कुमार और राजेश टूडू शामिल थे।
अग्रिम कार्रवाई जारी
वन विभाग और पुलिस द्वारा जब्त किए गए कछुओं के संबंध में अग्रिम कार्रवाई की जा रही है। कछुआ तस्करी पर रोकथाम के लिए वन विभाग के अधिकारी और पुलिस प्रशासन कड़ी मेहनत कर रहे हैं, ताकि जलीय जीवों की तस्करी पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।