डीसी हेमंत सती ने दी जानकारी
साहिबगंज जिला प्रशासन ने पर्यटन संवर्धन की एक महत्वपूर्ण बैठक में प्रस्ताव पारित किया, जिसे राज्य संवर्धन परिषद ने मंजूरी दे दी है। डीसी हेमंत सती ने बताया कि इस प्रस्ताव के तहत ग्रुप ए में 5 करोड़, बी में 3 करोड़, सी में 1 करोड़ और डी में 50 लाख रुपये खर्च करने का प्रावधान है।
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होगा विकास
आगामी वर्षों में साहिबगंज जिले को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना है। इसके लिए सरकार को एक प्रस्ताव भेजा गया है, जो इसी महीने के अंत तक तकनीकी स्वीकृति प्राप्त कर लेगा। जिले के 7 पर्यटन स्थलों का 19 करोड़ रुपये की लागत से जीर्णोद्धार किया जाएगा, जिसके लिए डीपीआर भी तैयार हो चुका है।
क्रूज और जल क्रीड़ा की योजना
पर्यटन योजना के तहत मंडरो प्रखंड के फोसिल्स पार्क को सी से ए ग्रुप में और मोतीझरना तलझारी को डी से बी ग्रुप में अपग्रेड करने का प्रस्ताव भेजा गया है। इसके अलावा साहिबगंज और राजमहल घाट में जल क्रीड़ा और क्रूज जहाज चलाने की भी योजना है। इससे पर्यटक मोटर बोट और स्टीमर के सहारे उधवा, राजमहल से साहिबगंज तक की सैर कर सकेंगे।
ओपन थिएटर और अन्य सुविधाएं
बोरियो प्रखंड के बोंगाकोचा झरना को विकसित करने और वहां जाने के लिए सुगम रास्ता बनाने का प्रस्ताव भी लिया गया है। इसके साथ ही बरहेट के सिद्धो–कान्हो, चांद-भैरव, फूलो-झानो की जन्मस्थली भोगनाडीह को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना है। भोगनाडीह में ढाई करोड़ की लागत से स्टैचू पार्क, कलाकृति, लाइटिंग, गार्डन, गार्ड रूम, शौचालय और ओपन थिएटर का निर्माण होगा।
अन्य स्थलों का जीर्णोद्धार
कन्हैया स्थान के जीर्णोद्धार के लिए ढाई करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है। शिवगादी के लिए भी ढाई करोड़ रुपये की लागत से पार्किंग एरिया का निर्माण होगा। राजमहल के सिंधी दालान के जीर्णोद्धार पर तीन करोड़ रुपये खर्च होंगे। मोती झरना में एक करोड़ रुपये और ऊधवा पक्षी अभ्यारण के विकास पर पांच करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। बरहेट बाजार के बीच में स्थित बड़ा तालाब का जीर्णोद्धार ढाई करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा।