अज्ञात युवती का अधजला शव बरामद
दुमका जिले के मसानजोर थाना क्षेत्र के जीतपुर गांव के पास जंगल में एक युवती का अधजला शव मिला है, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया है। पुलिस को संदेह है कि हत्या से पहले युवती के साथ दुष्कर्म किया गया और फिर साक्ष्य मिटाने के लिए शव को आग लगा दी गई। युवती की पहचान अब तक नहीं हो पाई है, जिससे जांच और अधिक जटिल हो गई है।
जांच के लिए फॉरेंसिक टीम तैनात
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए दुमका भेज दिया गया है। घटना स्थल पर झाड़ियों को भी जलाने के निशान मिले हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि अपराधी ने साक्ष्य मिटाने के लिए पूरे क्षेत्र को आग के हवाले करने की कोशिश की। शव के हाथ में बाली और पैर में बिछिया थी, जो कुछ सुराग दे सकते हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस जानकारी पुलिस को नहीं मिली है।
स्थानीय पुलिस की तत्परता और जांच की दिशा
दुमका सदर के एसडीपीओ विजय कुमार महतो ने बताया कि घटना की सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने दी, जिसके बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। अभी तक शव की पहचान नहीं हो पाई है और मामले की जांच विभिन्न कोणों से की जा रही है। आस-पास के ग्रामीणों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि युवती की पहचान और घटना की पूरी सच्चाई सामने आ सके।
जांच में जुटी पुलिस: साक्ष्य जुटाने का प्रयास
पुलिस का कहना है कि अपराधी ने साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से शव को जलाने का प्रयास किया, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही घटना की सही जानकारी मिल पाएगी। फिलहाल, पुलिस घटना से संबंधित सभी पहलुओं की जांच कर रही है। साथ ही, दुमका और इसके आसपास के थानों के साथ-साथ बंगाल से सटे थानों को भी इस घटना की सूचना दी गई है, ताकि किसी भी मिसिंग केस की जानकारी मिल सके।
दुमका में बढ़ती आपराधिक घटनाएं
दुमका जिले में पिछले कुछ वर्षों से इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं। 2022 से अब तक पेट्रोल डालकर हत्या करने के छह मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से अंकिता कांड में दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। स्थानीय लोग बढ़ते अपराधों से चिंतित हैं और सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।
ग्रामीणों से पूछताछ और थानों के बीच समन्वय
एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार ने बताया कि युवती की हत्या यहां की गई है या कहीं और से लाकर उसे जलाया गया है, यह जांच का विषय है। दो थानों के अधिकारियों और एसडीपीओ को इस मामले की तफ्तीश के लिए नियुक्त किया गया है। इसके अलावा, बंगाल के थानों से भी संपर्क किया गया है ताकि युवती की पहचान जल्द से जल्द हो सके और अपराधी को पकड़ने के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें।