पड़ोसी द्वारा दुष्कर्म, पंचायत का विवादास्पद निर्णय
झारखंड के साहिबगंज जिले से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। राधानगर थाना क्षेत्र के एक गांव में 15 वर्षीय किशोरी के साथ पड़ोसी ने दुष्कर्म किया, जिसके बाद पीड़िता ने आत्महत्या कर ली। घटना के बाद बुलाए गए पंचायत ने अपराधी पर 1.35 लाख रुपये का जुर्माना लगाया, जिसे पीड़िता के परिवार ने ठुकरा दिया। पंचायत के इस फैसले से आहत किशोरी ने खुद को फांसी लगा ली।
घटना का विवरण: धमकी के बाद हुआ दुष्कर्म
यह घटना 15 अगस्त को हुई, जब आरोपी पड़ोसी ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया और उसे जान से मारने की धमकी दी। इस बात की जानकारी मिलने पर पीड़िता के परिवार ने मामले को पंचायत के सामने रखा, जहां आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। इसके बावजूद, पंचायत ने कानूनी कार्रवाई के बजाय 1.35 लाख रुपये का जुर्माना तय कर दिया, जिसे परिवार ने अस्वीकार कर दिया।
पीड़िता की आत्महत्या: पंचायत के फैसले से आहत
पंचायत के फैसले से दुखी किशोरी ने 18 अगस्त की रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह जब किशोरी अपने कमरे से बाहर नहीं आई, तो परिवार ने दरवाजा खोलकर देखा, जहां वह दुपट्टे के सहारे फंदे से लटकी मिली।
धमकी और मारपीट: आरोपी परिवार की बर्बरता
मामले की जानकारी मिलने पर पीड़िता की मां ने 16 अगस्त को पुलिस थाने जाने की तैयारी की थी, लेकिन आरोपी और उसके परिवार ने उन्हें बर्बाद करने की धमकी दी। जब पीड़िता की मां ने इसका विरोध किया, तो आरोपी के परिवार के सदस्यों ने मारपीट की और उन्हें फिर से धमकियां दीं।
पुलिस कार्रवाई: आरोपी परिवार फरार
पीड़िता की मां के बयान पर आरोपी शहीद अनवर उर्फ मैक्सी और उसके परिवार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। राधानगर थाना प्रभारी नितेश कुमार पांडेय ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
सामाजिक असफलता: पंचायत की न्याय प्रक्रिया पर सवाल
इस घटना ने पंचायत की न्याय प्रणाली और समाज में महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक किशोरी की जिंदगी की कीमत पंचायत ने पैसे में लगाई, जो अंततः उसकी मौत का कारण बनी।