नागरिक समिति ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
मधुपुर को जिला बनाने की पुरानी मांग एक बार फिर जोर पकड़ रही है। नागरिक समिति के सदस्यों ने मंगलवार को एसडीओ आशीष अग्रवाल को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें मुख्यमंत्री से मधुपुर को जिला का दर्जा देने की मांग की गई। समिति का कहना है कि यह मांग वर्षों से की जा रही है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
मधुपुर जिला बनने की सभी अर्हताएं पूरी करता है
समिति ने बताया कि मधुपुर अनुमंडल जिला बनने की सभी आवश्यकताओं को पूरा करता है। पूर्व मंत्री दिवंगत हाजी हुसैन अंसारी का भी सपना था कि मधुपुर को जिला का दर्जा मिले, लेकिन यह अभी तक साकार नहीं हो पाया है। यहां पॉलिटेक्निक संस्थान, आईटीआई, बीएड कॉलेज, केंद्रीय तस्सर विभाग, केंद्रीय विद्यालय, महिला डिग्री कॉलेज और अनुमंडल अस्पताल जैसी महत्वपूर्ण संस्थाएं पहले से ही मौजूद हैं।
1 लाख 36 हजार 938 वर्ग हेक्टर क्षेत्र को शामिल करने की मांग
मधुपुर सबडिवीजन के तहत आने वाले 1 लाख 36 हजार 938 वर्ग हेक्टर क्षेत्र को नए जिला में शामिल करने की मांग की जा रही है। नागरिक समिति के सदस्यों ने कहा कि मधुपुर की जनसंख्या आठ लाख से अधिक है, जिसमें मधुपुर, करौ, मारगोमुंडा, पालाजोरी और सारठ प्रखंड शामिल हैं।
आदिवासी और पिछड़ा बहुल क्षेत्र का तेजी से होगा विकास
समिति का कहना है कि यह इलाका आदिवासी और पिछड़ा बहुल है। यदि मधुपур को जिला का दर्जा मिलता है, तो इस क्षेत्र का विकास तेजी से हो सकेगा। समिति ने विधानसभा चुनाव से पहले इस मांग को पूरा करने की अपील की है। ज्ञापन सौंपने के दौरान अरविंद कुमार, सुबल प्रसाद सिंह, शाहिद अलिमी, मो. शाहिद, राकेश वर्मा और अन्य लोग मौजूद थे।