डॉक्टरों को सुविधाओं की कमी से परेशानी
देवघर-बासुकिनाथ श्रावणी मेला में तैनात डॉक्टर बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण ड्यूटी निभाने में परेशान हैं।
जेएचएसए करेगी स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात
मेले में डॉक्टरों के लिए अव्यवस्थित व्यवस्थाओं से परेशान झारखंड हेल्थ सर्विस एसोसिएशन (जेएचएसए) का एक प्रतिनिधिमंडल स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से मिलकर वहां तैनात चिकित्सा अधिकारियों द्वारा झेली जा रही समस्याओं से उन्हें अवगत कराएगा।
स्वास्थ्य सचिव का आश्वासन
जेएचएसए के राज्य अध्यक्ष डॉ पीपी साह ने आज बताया कि वे कल स्वास्थ्य मंत्री से मिलेंगे और श्रावणी मेले में डॉक्टरों के लिए सुविधाओं और अन्य मांगों के कार्यान्वयन पर चर्चा करेंगे।
200 डॉक्टर तैनात हैं
राज्य भर से कुल 200 चिकित्सा अधिकारियों को एक महीने लंबे श्रावणी मेले में दो चरणों (21 जुलाई से 5 अगस्त और 5 अगस्त से 19 अगस्त) में तैनात किया गया है।
बैरक से भी बदतर सुविधाएं
देवघर के एक डॉक्टर ने आज कहा कि वे केवल नाम के लिए राजपत्रित अधिकारी हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि उन्हें बैरक में एक कांस्टेबल से भी बदतर सुविधाएं दी गई हैं।
जेएचएसए पदाधिकारियों ने तैनाती से राहत पाने के लिए टीए/डीए मुद्दे को छोड़ा
इस बीच, कुछ चिकित्सा अधिकारियों ने गुमनाम रहने का अनुरोध करते हुए आरोप लगाया है कि जेएचएसए पदाधिकारियों ने श्रावणी मेला टीए/डीए मुद्दे को छोड़ दिया ताकि उनके नाम तैनाती सूची से हटा दिए जाएं।